हिंदी भारतीय संस्कृति की आत्मा है: कमलापति त्रिपाठी
भारत में हिंदी भाषा ऐतिहासिक रूप से भारत-यूरोपीय भाषा परिवार की इंडो-आर्यन शाखा से संबंधित है। यह मॉरीशस, पाकिस्तान सहित दुनिया के कई देशों में बोली जाती है, सूरीनाम, त्रिनिदाद आदि देशों मे यह मातृभाषा के रूप में लगभग 258 मिलियन लोगों द्वारा बोली जाती है।
शन्ति निकेतन मे हिंदी सप्ताह 1 से 7 सितंबर तक मनाया गया और इसमें अनुवाद, निबंध लेखन, गायन और प्रश्नोत्तरी जैसी विभिन्न गतिविधियाँ शामिल थीं। सभी छात्रों के लिए एक शानदार सप्ताह और कई सीखने वाले मजेदार पल थे। स्कूल ने हिन्दी सहित संस्कृत सप्ताह ’भी मनाया, जहाँ 1-7 सितंबर, 2019 से भाषाई कौशल, मौज-मस्ती की गतिविधियों के साथ सत्र आयोजित किए गए थे। भाषा कौशल को बढ़ाने और सीखने को अधिक मनोरंजक बनाने के मकसद से घटनाओं की एक सारणी आयोजित की गई थी।
हिंदी लोकाचार, आदान-प्रदान, या सिर्फ मातृभाषा ही नहीं, अपितु भारतीयों के ह्रदय में बसी हुई वह भाषा है जिसको सदियों से संरक्षित किया गया है, पोषित किया गया है, और उसके साथ साथ ही निरंतर विकसित भी किया गया है l इसी भावना के साथ में दी शांति निकेतन विद्यालय ने इसे हिंदी सप्ताह के रूप में मनाकर अपनी उस आत्मा को सच्ची श्रद्धांजलि देते हुए उसे उस गहराई से पकड़ने की कोशिश की है जिस गहराई से वह अपने मूल रूप तथा देवी रूप को प्राप्त करती हैl शब्द, वाक्य, अक्षर इन सब की तारतम्यता को एक करते हुए हमने अनेक प्रतियोगिताओं के माध्यम से इस भाषा का प्रदर्शन छात्र-छात्राओं के उस हित में किया, जिस हित में हम सच्चे भारतीय कहलाते हैंl